धनबाद में मोहर्रम: इस्लामी साल की शुरुआत का एक झलक | Moharram celebration in dhanbad : The New year of Islamic religion


moharram moon sighted
म्हर्रम का चाँद  
मोहर्रम क चंद नज़र आया है। (19/07/2023)

आज मोहर्रम इस्लामी साल का पहला दिन है। सबसे पहले मोहर्रम कई पहला साल का आप सबको मोबारा हो धबनाद खबर की तरफ से। 

धनबाद, झारखंड का एक प्रमुख शहर, विभिन्न संस्कृति और धरोहरों के लिए जाना जाता है। यहां के लोग अपने आदिवासी संस्कृति और हिंदी भाषा से गर्व करते हैं। यहां परिवारों और समुदायों को साथ लाने वाले कई त्योहारों को धूमधाम से मनाया जाता है। एक ऐसा ही खास और महत्वपूर्ण त्योहार है "मोहर्रम"। यह धार्मिक त्योहार पूरे शहर में भावुकता और श्रद्धांभक्ति से मनाया जाता है। इस लेख में, हम धनबाद में मोहर्रम त्योहार की महत्वपूर्ण जानकारी देंगे और इसे एसईओ दृष्टिकोन से भी बनाएँगे।
मोहर्रम त्योहार का महत्व

मोहर्रम इस्लामी धर्म का नया साल है और प्रमुख त्योहार है मोहर्रम की दसवीं तारीख को हजरत इमाम हुसैन और और उनके घर वालों को शहीद कर दिया गया था।जो की यजिडी और उसके फौज के दावरा किया गया था। यह त्योहार मुस्लिम समुदाय हसन हुसैन राज़ी अल-व राजुयान्हु  के याद मे गम का इज़हार भी करते है। और दूसरी तरफ ये अपनी शहादत को पेश करके इस्लाम को मिटने से बचाया तब जाकर  हम तक इस्लाम पहुंचा।  धनबाद में भी इस त्योहार को विशेष रूप से आयोजित किया जाता है और यहां के लोग इसे अपने दिलों से मानते हैं।

मोहर्रम त्योहार की विशेष विधि 

मोहर्रम त्योहार के दिन मुस्लिम समुदाय के लोग मस्जिदों में एकठा होकर नमाज़ पढ़ते हैं और हजरत इमाम हुसैन और हजरत इमाम हसन के प्रति गम इज़हार भी करते है।  धनबाद में भी मुस्लिम समुदाय इसे विशेष धूमधाम से मनाते हैं। और आपस मे तलवार भला और अनेय औजारों को अखाड़े का रूप मे आयोजित करते है। यहां पर मस्जिदों में विशेष रूप से नमाज़ का एहतेमाम लोगों दावरा होता है। 

मोहर्रम जुलूस


मोहर्रम के त्योहार के दौरान धनबाद में विशेष जुलूस निकाला जाता है। इस जुलूस में भाग लेने वाले लोग भव्य अल्लाह हुयकबर और या हसन या हुसैन के नारे लगाकर निकलते हैं और शहर की सड़कों पर प्रदर्शन करते हैं। धनबाद की सड़कों पर मिलते हैं शानदार झांकियां और दिलों को छू जाने वाली कव्वालियाँ। यह त्योहार धनबाद की समृद्ध संस्कृति का एक अभिन्न अंग है और सभी समुदाय को एक साथ लाने का अवसर प्रदान करता है।


 धनबाद में मोहर्रम त्योहार को भावुकता और उत्साह से मनाया जाता है और यहां के लोग इसे अपने समृद्ध संस्कृति का हिस्सा मानते हैं। धनबाद में मोहर्रम त्योहार के दौरान निकले जुलूस और कव्वाली ने यह त्योहार और भी रंगीन बना दिया है और सभी को एक साथ लाने का अवसर प्रदान किया है।

  • 5 अद्भुत पूछे जाने वाले प्रश्न:

मोहर्रम त्योहार कब मनाया जाता है?
मोहर्रम का  त्योहार विशेष रूप स मोहर्रम की सातवीं, आठवीं, नवमी और दसमी को मनाया जाता है। 
मोहर्रम त्योहार की महत्वपूर्ण दिनांक कौन-कौन सी हैं?
7, 8, 9, 10 है। 
मोहर्रम त्योहार का इतिहास क्या है?
मोहर्रम का तयोहार विशेष रूप से इमाम हसन और हुसैन की याद मे मनाया जाता है। 
धनबाद में मोहर्रम त्योहार को कैसे मनाया जाता है?
धनबाद मे मोहर्रम का तयोहार जुलूस निकालकर और कार्येकर्म को औजित कर और मस्जिदों मे इबादत करके मनय जाता है। 
मोहर्रम जुलूस में भाग लेने के लिए क्या करना पड़ता है?
मोहर्रम के जुलूस मे भाग लेने के लिए पैकर बनना पड़ता है। 
प्रस्तावित पूछे जाने वाले प्रश्न का संदेश "मोहर्रम त्योहार के दौरान धनबाद में एकजुट होने का अवसर बनाता है और यह त्योहार भावुकता और भक्ति से भरा है। हम सभी एक साथ मिलकर इसे और भी स्पेशल बना सकते हैं।

जुड़े रहिए हमारे साथ और पाएं धनबाद और उसके त्योहारों के बारे में और रोचक जानकारी। धनयवाद!
Manzar Alam

I am an Electrical Engineer and manufacturing mech. Parts and fluid pipe assm, but love to re-search and write blog post on business story, success story, Educational story etc.

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